
सोशल मीडिया विवाद और सीबीआई छापों से रायपुर में हलचल
रायपुर, 6 जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, क्योंकि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच सोशल मीडिया पर तीखी नोकझोंक सामने आई है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब सड़कों की खराब स्थिति की शिकायत पर शर्मा ने बघेल का फोन नंबर साझा किया, जिसके जवाब में बघेल ने तल्खी से कहा, “भाग जाओ।” इस घटना ने राज्य की बुनियादी ढांचा स्थिति पर व्यापक ऑनलाइन बहस छेड़ दी है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने भी सरकार को सड़क मरम्मत और नए निर्माण पर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है, जो जनता की नाराजगी को दर्शाता है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले के सिलसिले में बघेल के आवासों पर छापेमारी की, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। कांग्रेस नेताओं ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई बताया। इस घटना ने बीजेपी सरकार और कांग्रेस विपक्ष के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है।
नक्सल मोर्चे पर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने की प्रतिबद्धता दोहराई, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय निर्देश के अनुरूप है। साय ने समर्पण करने वाले नक्सलियों के लिए पुनर्वास और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर जोर दिया। हालांकि, नारायणपुर-बीजापुर में 27 नक्सलियों के मारे जाने वाली हालिया कार्रवाई में नागरिक हताहतों की आलोचना ने सुरक्षा नीतियों पर सवाल उठाए हैं।
आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया के छत्तीसगढ़ दौरे ने भी विवाद खड़ा किया, जिसमें उन्होंने राज्य पर आदिवासी समुदायों का सबसे अधिक शोषण करने का आरोप लगाया। बीजेपी ने इन दावों का खंडन किया। आगामी संगठनात्मक कार्यशालाओं में पार्टी नेता विचारधारा और शासन पर रणनीति बनाएंगे। इन घटनाक्रमों के साथ, छत्तीसगढ़ राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना हुआ है।