छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मेगा प्रोजेक्ट् Chhattisgarh top 10 Mega Projects 2024 Raipur Metro Rail proje
छत्तीसगढ़ आज देश का वन ऑफ द फास्टेस्ट ग्रोइंग स्टेट है साल 2000 में छत्तीसगढ़ झारखंड और उत्तराखंड तीन अलग स्टेट बने और आज ग्रोथ रेट के मामले में छत्तीसगढ़ इन दोनों राज्यों से अलग है इंडिया के एनर्जी कैपिटल के रूप में जाना जाने वाला छत्तीसगढ़ में आपको खनिज संपदा के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता के कई नजारे देखने को मिल जाएंगे लेकिन आज से कुछ सालों बाद लोग यहां सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता ही नहीं बल्कि वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर भी देखने आएंगे दोस्तों आज के इस वीडियो में हम जानेंगे छत्तीसगढ़ के टॉप 10 मेगा प्रोजेक्ट्स के बारे में तो चलिए वीडियो स्टार्ट करते हैं |
1.)रायपुर विशाखापटनम एक्सप्रेसवे :-
दोस्तों यह एक्सप्रेसवे 464 किमी लंबा सिक्स लेन एक्सप्रेसवे होगा यह तीन राज्यों छत्तीसगढ़ उड़ीसा और आंध्र प्रदेश से होकर गुजरेगी भारत माला परियोजना के तहत इस एक्सप्रेसवे को एक आर्थिक गलियारे के रूप में विकसित किया जा रहा रहा है।
यह एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़ में 124 किमी उड़ीसा में 240 किमी और आंध्र प्रदेश में 100 किमी की दूरी तय करेगा इस परियोजना के निर्माण के लिए हाइब्रिड एनटी मॉडल निर्माण मोड का उपयोग किया जाना है दोस्तों यह कॉरिडोर भारत सरकार के चार प्रायोरिटी कॉरिडोर में से एक है जिसमें बाकी के तीन अमृतसर जामनगर कॉरिडोर दिल्ली अमृतसर कटरा कॉरिडोर चेन्नई बेंगलुरु कॉरिडोर शामिल है इस एक्सप्रेसवे के कंप्लीट हो जाने से रायपुर और विशाखापट्टनम की दूरी 130 किमी तक कम हो जाएगी और यात्रा का समय भी 4 घंटे तक कम हो जाएगा। जहां पहले 13 घंटे लग जाते थे इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद यह सफर सिर्फ ठ से 9 घंटे में पूरा हो जाएगा ।
2.)रायपुर लाइट मेट्रो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेट्रो ट्रेन :-
रायपुर में मेट्रो ट्रेनकी तर्ज पर लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी की जा रही है यह ट्रेन शहर में 25 टू 30 किमी की रफ्तार से चलाई जाएगी इसमें लगभग 400 से 500 करोड़ खर्च होने की संभावना जताई जा रही है।
इसका संचालन रायपुर से नया रायपुर या फिर दुर्ग तक करने की संभावना है इस परियोजना के शुरू होने से हजारों आबादी को नया रायपुर से रायपुर और दुर्ग तक मेट्रो ट्रेन में आने जाने की सुविधा मिलेगी।
3.) स्टेशन डेवलपमेंट दोस्तों अमृत भारत स्टेशन स्कीम के अंतर्गत 508 स्टेशनों पर विकास कार्य शुरू किया गया है और इन स्टेशनों के विकास पर 24000 470 करोड़ खर्च किए जाएंगे और इसी के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के सात रेलवे स्टेशन को भी रीडेवलप्ड किया जाना है वो रेलवे स्टेशंस है बिलासपुर रेलवे स्टेशन रायपुर जंक्शन भिल पावर हाउस दुर्ग अकल तारा महासमुंद टिल्डा योरा दोस्तों रेलवे स्टेशन किसी भी शहर का चेहरा माना जाता है साथ ही इन्हें इंफ्रास्ट्रक्चर हब के रूप में भी देखा जाता है|
इसी को ध्यान में रखते हुए यह स्टेशंस आइकॉनिक स्ट्रक्चर के साथ यात्रियों को बेहतर सुविधा भी प्रदान करेगा इस योजना के तहत यात्रियों को साफ और हाइजीनिक वेटिंग एरिया के साथ-साथ खाने पीने के भी कई स्टॉल्स मिल जाएंगे रेलवे स्टेशनों को बस टैक्सी और ऑटो रिक्शा स्टैंड से जोड़ा जाएगा इसके साथ ही यात्रियों का आना जाना सुविधाजनक बनाने के लिए सेपरेट अराइवल और डिपार्चर की व्यवस्था भी की जाएगी|
4.)अगला है रायपुर धनबाद इकोनॉमी कॉरिडोर छत्तीसगढ़ और झारखंड सिक्स लैन इकोनॉमिक कॉरिडोर से जोड़ा जा रहा है भारत माला पर योजना के तहत बनने वाला यह कॉरिडोर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से शुरू होकर झारखंड में गुमला पलमा रांची रिंग रोड उर् मांझी गोला चास से होते हुए रायगंज धनबाद को जोड़ेगा इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 707 किमी होगी जबकि झारखंड बॉर्डर में रायपुर धनबाद कॉरिडोर करीब 250 किमी लंबा होगा और इस परियोजना की एस्टिमेटर कॉस्ट 6725 करोड़ होने वाली है दोस्तों रायपुर धनबाद वाया रांची इकोनॉमी कॉरिडोर दोनों राज्यों के आदिवासी क्षेत्र के विकास और व्यापार की दृष्टि से अहम है।
5.)अगला है एनएमडीसी स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एनएमडीसी स्टील प्लांट बनाया जा रहा है। एनएमडीसी स्टील प्लांट बस्तर के सपनों का कारखाना है इस प्लांट से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलने की काफी उम्मीद है वहीं इस प्लांट की प्रोडक्शन कैपेसिटी सालाना 3 मिलियन टन है और साथ ही इस प्लांट को 25000 करोड़ की लाग से तैयार किया जा रहा है।
दोस्तों बस्तर अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने की राह में मजबूती से चल पड़ा है नगरनार स्टील प्लांट यह प्लांट सिर्फ स्टील नहीं बना रहा बल्कि बस्तर को विकास से जोड़ रहा है यह प्लांट ब्लास्ट फर्नेस छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और भारत का दूसरा सबसे बड़ा ब्लास्ट फर्नेस है।
6.)इसके साथ ही 2030 तक देश में सालाना 300 मिलियन टन इस्पात के लक्ष्य को हासिल करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा इसके अलावा यह स्टील प्लांट एक ग्रीन फील्ड परियोजना है जो हाई क्वालिटी वाले स्टील का प्रोडक्शन करेगी।
7.)अगला है ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर रायगढ़ कोरबा और सरगुजा सहित सात जिलों को जोड़ने वाली प्रस्तावित 452 किमी लंबी रेलवे लाइन परियोजना पर करीब 4362 करोड़ से डेवलप किया जाना है।
दोस्तों इस परियोजना का मकसद रेलवे के जरिए एसईसीएल के छत्तीसगढ़ के ओपन कास्ट खदानों से अधिक मात्रा में कोयले को गंत तक पहुंचाना है। 2024 तक प्रोडक्शन बढ़ाकर 1 अरब टन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है और सालाना पूर्वी पश्चिमी लाइन की कैपेसिटी 6.5 करोड़ टन होगी इसके जरिए एसईसीएल के रायगढ़ और कोरबा कोल फील्ड से देश के पश्चिमी और उत्तरी भागों में स्थित बिजली घरों को कोयला मिलने में आसानी होगी।
8.)अगला है मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क :-
मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे द्वारा देश में 35 लॉजिस्टिक पार्क बनाए जा रहे हैं। इस लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण भारत माला फेज वन के तहत किया जा रहा है।
9.)इन्हीं में से एक है छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में बनने वाला मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क यह पार्क वेस्टर्न डेडिकेटेड कॉरिडोर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और सभी प्रमुख बंदरगाहों से सीधा जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में बिजनेस को विश्व के लिए और अधिक मजबूत बनाना है यहां वेयर हाउस बनाया जाएगा जहां एयर प्रेड स्टेशन ग्रेड ए वेयर हाउस और कोल्ड स्टोरेज जैसे फैसिलिटी होगी।
10.)इसके साथ ही यहां रिटेल फुटप्रिंट के साथ शॉपिंग प्लाजा बिजनेस सेंटर की भी सुविधा होगी लॉजिस्टिक के क्षेत्र से संबंधित स्किल्ड मैन पावर की उपलब्धि को सुनिश्चित करने के लिए यहां डेडिकेटेड स्किल्ड डेवलपमेंट सेंटर भी स्थापित किया जाएगा औद्योगिक की तीव्र गति को ध्यान में रखते हुए भविष्य की आवश्यकता के अनुरूप इस परियोजना का निर्माण किया जाना है इस लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर में मशीनीकरण किया जाना है।
इस परियोजना का मेन उद्देश्य यह है कि छत्तीसगढ़ को व्यवसायिक गंतव्य बनाना और व्यापार को बढ़ावा देना अगला है रायपुर लाइट मेट्रो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मेट्रो ट्रेन की तर्ज पर लाइट मेट्रो चलाने की तैयारी की जा रही है यह ट्रेन शहर में 25 टू 30 किमी की रफ्तार से चलाई जाएगी इसमें लगभग 400 से 500 करोड़ खर्च होने की संभावना जताई जा रही है|